भारत एक ऐसा देश है जहां पर घटना के बाद जाति देखी जाती है उसके बाद धर्म देखा जाता है उसके बाद क्षेत्र देखा जाता है तब उस पीड़ित व्यक्ति की आवाज प्रशासन के कानों में जाती है | अगर आरोपी इनके जाति से निकल गया इनके धर्म से निकल गया तो यह यह चु नहीं बोलते | हम बात कर रहे हैं उस उड़ीसा की घटना की, आर्मी ऑफिसर की बेटी और आर्मी ऑफिसर की मंगेतर के साथ, थाने के अंदर थाना के सर्किल अफसर के द्वारा यौन उत्पीड़न किया गया, उसकी ब्रेस्ट दवाई गई, उस ऑफिसर ने उसे महिला का पेंट खोला और अपना नग्न अंग दिखाने लगा |
आरोपी सिर्फ आरोपी है वह किसी जाति या धर्म का नहीं हैं | अगर यही घटना दूसरे धर्म के आरोपी ने किया होता तो अब तक मेन स्ट्रीम मीडिया और हिंदू संगठनों ने देश में बवाल मचा दिया होता, लेकिन वह चुप है क्योंकि आरोपी उनके अपने हैं | वह इसलिए भी चुप हैं कि उनके अपने सरकार हैं, अगर वहां गैर भाजपा सरकार होता तो आप देखते देश में क्या कुछ हों रहा होता, लेकिन हो कहां रहा है कुछ सब मौन है |
National News पुलिस ने आर्मी ऑफिसर की मंगेतर को कथित बदतमीजी के आरोप में एक महिला को 15 सितंबर के रात गिरफ्तार किया, और जेल भेज दिया जबकि मामला ठीक इसके उलट था वह महिला 19 सितंबर को हाईकोर्ट से जमानत के बाद उसने सारी बाते मिडिया के सामने आकर बताई |
Odisha के भुवनेश्वर स्थित भरतपुर पुलिस स्टेशन में एक महिला ने रोड रेज की शिकायत दर्ज करवाने गई थी। तभी उसके साथ यौन उत्पीड़न किया तथा उसके मंगेतर के साथ मारपीट की घटना सामने आया है।
थाने में पुलिसकर्मियों द्वारा Army Officer के साथ पहले बदसलूकी की गई, फिर उनको लॉकअप में बंद कर दिया। ज़ब इसका विरोध इनके मंगेतर के द्वारा किया गया तो उनके साथ भी मारपीट किया गया और हाथ-पैर बांध दिए।
पीड़ित के अनुसार , एक पुरुष अधिकारी ने उनके अंडरगार्मेंट उतारे। फिर छाती पर लातें मारीं। थाने में जब इंस्पेक्टर-इन-चार्ज पहुंचा तो उसने पीड़ित की पैंट नीचे कर अपना प्राइवेट पार्ट दिखाया और अश्लील बातें कीं।
जांच रिपोर्ट में खुलासा हुवा हैं की उस महिला के साथ शारीरिक उत्पीड़न हुई है, AIIMS में इलाज कराया गया, जिसके बाद उन्होंने ये खुलासा किया।
पीड़िता के आरोपों के बाद DG वाईबी खुरानिया के आदेश पर चांदका थाने में शिकायत दर्ज की गई। उन्होंने क्राइम ब्रांच को जांच के आदेश दिए, जिसके बाद भरतपुर के इंस्पेक्टर इंचार्ज समेत 5 पुलिस अधिकारियों को सस्पेंड किया गया।
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भरतपुर पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर-इन-चार्ज (ICC) दिनकृष्ण मिश्रा