हिंडनबर्ग रिसर्च ने हाल ही में एक संदेश के माध्यम से संकेत दिया है कि भारत में जल्द ही कुछ ‘बड़ा’ होने वाला है। इस घोषणा के बाद बाजार में हलचल मच गई है, क्योंकि हिंडनबर्ग की पिछली रिपोर्ट ने जनवरी 2023 में गौतम अडानी के नेतृत्व वाले अडानी समूह को निशाना बनाते हुए महत्वपूर्ण प्रभाव डाला था। उस समय, अडानी समूह के शेयरों में भारी गिरावट आई थी, जिससे समूह को $86 बिलियन का नुकसान हुआ था।
हिंडनबर्ग रिसर्च, जिसकी स्थापना 2017 में नाथन एंडरसन ने की थी, एक अमेरिकी शॉर्ट सेलर फर्म है। इसके पहले के खुलासों ने न केवल भारतीय बल्कि वैश्विक बाजारों में भी हलचल मचाई है। इस बार, फर्म ने एलन मस्क के स्वामित्व वाली सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर एक पोस्ट के जरिए एक और बड़े भारतीय कंपनी से जुड़े रहस्योद्घाटन का संकेत दिया।
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पिछले साल के अडानी विवाद के बाद, भारतीय बाजार में हिंडनबर्ग रिसर्च के अगले कदम पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं। इस साल जून में, हिंडनबर्ग ने भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) द्वारा जारी एक नोटिस के बाद फिर से सुर्खियाँ बटोरीं, जिसमें भारतीय नियमों के उल्लंघन का आरोप लगाया गया था। इस नोटिस के बाद कोटक बैंक के स्टॉक मूल्य में भी गिरावट देखी गई थी।
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हिंडनबर्ग ने सेबी के नोटिस को ‘बकवास’ करार देते हुए दावा किया कि यह नोटिस केवल भारत में शक्तिशाली व्यक्तियों द्वारा किए गए भ्रष्टाचार और धोखाधड़ी को उजागर करने वालों को चुप कराने और डराने का प्रयास था।
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