नेवरास बुद्ध मंदिर परिसर में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन
गौड़ की आवाज, ब्यूरो प्रमुख कैमूर, बिहार। जिले के कुदरा प्रखंड अंतर्गत नेवरास में बुद्ध वंदना से शुरू हुए पंचशील सिद्धांतों पर आधारित कार्यक्रम में भंते, बुद्धिजीवी व समाजसेवी का भी अपेक्षित सहयोग रहा। जहां स्वर्गीय कपीलमुनी सिंह के तैलचित्र पर पुष्पर्पित कर श्रद्धांजलि व शोक सभा का आयोजन कर उनके कार्य व सामाजिक भागीदारी पर चर्चा की गई। पिछले मंगलवार 7 जनवरी को पंचतत्व में विलीन हुए पंडित जी के नाम से समाज में विख्यात श्री सिंह किसी ख्याति के मोहताज नहीं। दलित, शोषित वंचित, पीड़ित व समाज के खास लोगों द्वारा सामाजिक कार्यों और अनुष्ठान के सफल क्रियान्वयन हेतु सामाजिक सहमति और सहभागिता व इनके कर्म से ही इन्हें पंडित नाम से नवाजा गया।
समाज के सभी वर्ग व समुदाय के लोग जो बुद्ध के अनुयाई हैं उनके द्वारा ही सर्वसम्मति से सामाजिक उत्थान और धार्मिक अनुष्ठान की जिम्मेदारी दी गई थी। निधन के बाद परिवार के लोगों द्वारा असमर्थता जाहिर करने पर वर्तमान में यह जिम्मेदारी रामलाल, मुन्ना और डिप्टी को दी गई है। रामाशंकर सिंह, प्रेम शंकर निराला, अरमान कुमार,संजय भगत ने समाज में उनकी अहम भागीदारी व कार्य को याद किया। जिसमें नमो बुद्धाय से अपनी बातों की शुरुआत करते हुए निराला ने कहा कि सांस और नाम के बीच का सफर जो जिंदगी है इसमें नाम को मिटाना या अमर रखना हमारे बस में नहीं। पंडित जी के नाम से समाज में चर्चित विचार और गुण भरे भावना को व्यक्त करते हुए मृत्यु भोज को कुरीति और दंडनीय अपराध भी बताया तथा कपिल मुनि सिंह मौर्य अमर रहे जैसे नारे भी लगाए। वहीं सूरज जायसवाल, भगवान शर्मा, भोला सिंह, मुंगेरी तिवारी, महेंद्र तिवारी, राजू कुशवाहा, जितेंद्र सिंह, शिव मुनि सिंह, राजेश्वर, विजय, संजय, रामप्यारे, दिलीप कुमार सहित अनेकों गणमान्य लोगों ने निस्वार्थ सेवा भाव, कर्म-फल त्याग को याद करते हुए तैल चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित की।