बिहार में स्कूली बच्चों के साथ सड़क हादसे: लापरवाही और सुरक्षा की चिंताएँ
Bihar बिहार में हाल ही में हुए दो दर्दनाक सड़क हादसों ने स्कूली बच्चों की सुरक्षा के मुद्दे को फिर से उजागर कर दिया है। इन घटनाओं ने न केवल स्थानीय समुदायों में भय और आक्रोश पैदा किया है, बल्कि राज्य प्रशासन की ओर से बच्चों की सुरक्षा के प्रति गंभीर सवाल भी खड़े किए हैं।
बक्सर: NH-922 पर बस हादसा
बक्सर पहली घटना बक्सर जिले के ब्रह्मपुर प्रखंड की है, जहां NH-922 पर एक स्कूल बस हादसे का शिकार हो गई। यह दुर्घटना मंगलवार दोपहर के करीब दो बजे की बताई जा रही है, जब ब्रह्मपुर स्थित पीएल पब्लिक स्कूल की बस बच्चों को घर छोड़ने जा रही थी। बस अचानक एक अज्ञात ट्रक द्वारा दिए गए चकमे से अनियंत्रित होकर पलट गई। इस हादसे में बस में सवार दर्जनों बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए।
घटना के बाद सड़कों पर अफरातफरी का माहौल बन गया, लेकिन स्थानीय लोगों और राहगीरों की तत्परता से बच्चों को बस से निकालने का काम शुरू किया गया। सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन और रघुनाथपुर पीएचसी की एम्बुलेंस मौके पर पहुंचीं और घायलों को अस्पताल पहुंचाया। हादसे में एक बच्ची का हाथ फ्रैक्चर हो गया, जबकि कई अन्य बच्चों को गंभीर चोटें आईं। बस चालक और खलासी की स्थिति भी गंभीर बताई जा रही है।
पूर्वी चंपारण: स्कूल डायरेक्टर की लापरवाही से हादसा
Champaran दूसरी घटना पूर्वी चंपारण जिले के तुरकौलिया प्रखंड में हुई, जहां एक निजी स्कूल के डायरेक्टर द्वारा चलाए जा रहे ऑटो के पलटने से 17 बच्चों की जान खतरे में पड़ गई। ऑटो में क्षमता से अधिक बच्चे सवार थे, और ड्राइवर की अनुपस्थिति में डायरेक्टर खुद ऑटो चला रहे थे। तेज रफ्तार और फोन पर बात करने के दौरान ऑटो अनियंत्रित होकर पलट गया, जिससे एक दर्जन से ज्यादा बच्चे घायल हो गए। दो बच्चों की हालत गंभीर है, जिन्हें मोतिहारी रेफर किया गया है।
इस घटना के बाद स्थानीय ग्रामीणों और अभिभावकों में भारी आक्रोश व्याप्त है। यह भी सामने आया है कि स्कूल बिना रजिस्ट्रेशन के चल रहा था, जिससे प्रशासन की ओर से कड़ी कार्रवाई की मांग की जा रही है। घटना की जानकारी मिलते ही डीएम सौरभ जोरवाल ने जांच टीम गठित कर दी है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है।