पश्चिम चंपारण में मगरमच्छों का आतंक, गांव में दहशत का माहौल
बात समाज की : – Bihar पश्चिम चंपारण जिले के वाल्मिकीनगर के ओझवलिया और सहादतपुर दोनवार शनिचरी गांव की नहर में मगरमच्छों ने डेरा जमा लिया है। ये सभी गांव नेपाल और उत्तर प्रदेश की सीमा से लगे हैं। पिछले कई दिनों से मगरमच्छों ने यहां अपना घर बना लिया है, जिसके चलते गांव वालों में डर का माहौल है। किसानों ने डर के कारण खेतों में काम करना बंद कर दिया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि गांव की नहर में करीब 5-6 मगरमच्छ आ गए हैं, जो नहर से बाहर निकलकर खेतों में घूमते रहते हैं। इन मगरमच्छों ने 40 आरडी पुल के किनारे अपना घर बसा रखा है।
West Champaran पश्चिम चंपारण के वाल्मिकीनगर में गंडक नदी पर बराज है, जहां से नहर निकलती है। गंडक नदी में रहने वाले मगरमच्छ बराज पर रुकावट के कारण नहर में घुस जाते हैं और फिर ग्रामीण इलाके में पहुंच जाते हैं। क्षेत्र के ग्रामीण वशिष्ठ महतो, छेदी महतो, उपेंद्र कुमार समेत कई लोगों ने बताया कि पिछले 15-20 दिनों से नहर के किनारे करीब 5-6 मगरमच्छ दिख रहे हैं, जिससे लोगों ने उधर जाना छोड़ दिया है। किसान अपने मवेशियों को धोने के लिए नहर के किनारे नहीं जा रहे हैं। किसान ब्रजेश महतो ने बताया कि जब वह अपने खेत में गए तो नहर के किनारे दो मगरमच्छ दिखे। वह किसी तरह जान बचाकर वहां से भागे और घटना की जानकारी आस-पास के लोगों और मुखिया को दी।
दोनवार पंचायत की मुखिया सविता देवी ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि पिछले कई दिनों से मगरमच्छों ने अपना अड्डा जमा लिया है, जिससे ग्रामीणों में भय का माहौल है। नहर के किनारे जमीन वाले किसान अपने खेत में नहीं जा रहे हैं। स्थानीय लोगों ने प्रशासन और वन विभाग को मगरमच्छों के बारे में सूचित किया है, लेकिन अभी तक कोई भी अधिकारी वहां नहीं पहुंचा है।