Monday, October 7, 2024
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स्विस बैंकों का मतलब सिर्फ काला धन नहीं होता हैं, भारतीयों के जमा धन में भारी गिरावट आई है| 

 स्विस बैंकों का मतलब सिर्फ काला धन नहीं होता हैं, भारतीयों के जमा धन में भारी गिरावट आई है|

बात समाज की :-स्विस बैंकों का जिक्र होते ही लोगों के मन में अक्सर ‘कालाधन’ यानी अवैध धन का ख्याल आता है, लेकिन यह सही नहीं है। स्विस बैंकों में जमा सारा पैसा कालाधन नहीं होता। यहां कुछ प्रमुख बिंदु हैं जो इस तथ्य को स्पष्ट करते हैं:

1. वैध धन का निवेश स्विस बैंकों में बहुत सारा पैसा वैध निवेश के रूप में जमा किया जाता है। यह पैसा व्यापार, बचत, और वैध निवेशों के माध्यम से जमा होता है।

2. कानूनी अनुपालन स्विट्जरलैंड की सरकार और स्विस बैंक अंतरराष्ट्रीय मानकों और कानूनों का पालन करते हैं। वे नियमित रूप से सरकारों को सूचना देते हैं, और अवैध धन को रोकने के लिए कड़े नियम और प्रक्रियाएं अपनाते हैं।

3. स्विस बैंकों की गोपनीयता स्विस बैंक अपने ग्राहकों की गोपनीयता का कड़ा पालन करते हैं, लेकिन यह गोपनीयता अब अंतरराष्ट्रीय दबाव और समझौतों के कारण पहले जैसी कठोर नहीं रही। कई देशों के साथ स्विट्जरलैंड ने सूचना साझा करने के समझौते किए हैं।

4. भारतीय धन में गिरावट हाल की रिपोर्टों के अनुसार, स्विस बैंकों में भारतीयों का धन घटकर 9,771 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है, जो यह दर्शाता है कि अब भारतीय निवेशक अपना पैसा अन्य स्थानों पर निवेश कर रहे हैं। यह भी दर्शाता है कि स्विस बैंकों में जमा सारा पैसा कालाधन नहीं है, क्योंकि अवैध धन को निकालना या छिपाना इतना आसान नहीं होता।

5. वित्तीय पारदर्शिता स्विस बैंक अब अधिक पारदर्शी हो गए हैं और वैश्विक मानकों का पालन कर रहे हैं। वे नियमित रूप से अपने खाताधारकों की जानकारी संबंधित सरकारों को प्रदान करते हैं, जिससे कालाधन जमा करना कठिन हो गया है।

स्विस बैंकों में जमा धन के बारे में धारणाएं बदल रही हैं और यह स्पष्ट हो रहा है कि वहां जमा सारा पैसा कालाधन नहीं है। आज के समय में स्विस बैंक अंतरराष्ट्रीय वित्तीय प्रणाली का एक पारदर्शी और वैध हिस्सा हैं।

स्विस बैंकों में भारतीयों के जमा धन में भारी गिरावट आई है, जो 70 प्रतिशत घटकर चार साल के निचले स्तर 9,771 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है। यह जानकारी स्विट्जरलैंड के केंद्रीय बैंक द्वारा जारी की गई रिपोर्ट से मिली है। रिपोर्ट के मुताबिक, स्विस बैंकों में भारतीय ग्राहकों के कुल धन में लगातार दूसरे वर्ष गिरावट आई है।

1.कम निवेश भारतीय अब स्विस बैंकों में धन जमा नहीं कर रहे हैं, बल्कि बॉन्ड, सिक्योरिटीज और अन्य जगहों पर निवेश कर रहे हैं।
2. निकासी जिन लोगों ने पहले से धन जमा कर रखा है, वे भी निकालकर अन्य स्थानों पर निवेश कर रहे हैं।

                    ऐतिहासिक आंकड़े:
2006 में उच्चतम स्तर स्विस बैंकों में भारतीयों का सबसे ज्यादा धन 2006 में 6.5 अरब स्विस फ्रैंक तक पहुंच गया था।
2022 में गिरावट 2022 के अंत में भारतीयों के बैंक खातों में जमा नकद पैसा 39.4 करोड़ स्विस फ्रैंक था, जो अब 31 करोड़ स्विस फ्रैंक रह गया है।

तीसरे देश के माध्यम से निवेश इन आंकड़ों में वह धन शामिल नहीं है, जो भारतीयों या एनआरआई ने किसी तीसरे देश या संस्थाओं के माध्यम से स्विस बैंकों में निवेश कर रखा है।

इससे यह स्पष्ट होता है कि भारतीय अब स्विस बैंकों में अपना धन जमा करने के बजाय अन्य निवेश विकल्पों की ओर रुख कर रहे हैं। इससे स्विस बैंकों में भारतीयों के धन की मात्रा में लगातार कमी हो रही है।

 

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