Monday, October 7, 2024
Homeसंस्कृति /संस्कारअंतराष्ट्रीय योग दिवस विशेष, करें योग रहें निरोग 

अंतराष्ट्रीय योग दिवस विशेष, करें योग रहें निरोग 

अंतराष्ट्रीय योग दिवस विशेष, करें योग रहें निरोग

बात समाज की :- आज की भागदौड़ भरी दुनिया में तनाव, चिंता और अवसाद आम होते जा रहे हैं। योग विश्राम, मानसिक स्पष्टता और समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देकर इन चुनौतियों से निपटने के लिए एक शक्तिशाली उपकरण प्रदान करता है। शोध से पता चला है कि नियमित योग अभ्यास चिंता, अवसाद और तनाव के लक्षणों को काफी हद तक कम कर सकता है और नींद की गुणवत्ता में सुधार कर सकता है। पैरासिम्पेथेटिक तंत्रिका तंत्र को सक्रिय करके, योग शरीर को डोपामाइन, ऑक्सीटोसिन, सेरोटोनिन और एंडोर्फिन जैसे फील-गुड हार्मोन जारी करने में मदद करता है, जिससे शांति और आराम की भावना पैदा होती है। मन को शांत करने और शरीर को तरोताजा करने में मदद करने के लिए यहां आठ योग आसन दिए गए हैं, जैसा कि योग अभ्यासकर्ता भाविका और अश्मिन मुंजाल ने सूचीबद्ध किया है, जो 15 वर्षों से अधिक समय से योग का अभ्यास कर रहे हैं।

 

1. बाल मुद्रा (बालासन)International Day of Yoga
बाल मुद्रा एक सौम्य आगे की ओर झुकने वाला आसन है जो पीठ के निचले हिस्से और कूल्हों को खींचता है, जिससे थकान और तनाव को कम करने में मदद मिलती है। अपने घुटनों को कूल्हे की चौड़ाई से अलग करके अपनी एड़ियों पर बैठकर शुरुआत करें। अपनी बाहों को फर्श पर आगे की ओर फैलाएं और अपने धड़ को अपनी जांघों के बीच आराम दें। गहरी सांस लें और इस मुद्रा को कई मिनट तक बनाए रखें, जिससे आपका शरीर पूरी तरह से आराम कर सके।

2. लेग्स अप द वॉल पोज़ (विपरीत करणी) International Day of योगा यह मुद्रा पैरों में तनाव और थकान को दूर करने के लिए बहुत बढ़िया है। अपनी पीठ के बल लेटें और अपने कूल्हों को दीवार के पास रखें और अपने पैरों को दीवार के पास फैलाएँ। आपका शरीर 90 डिग्री का कोण बनाना चाहिए। अपनी आँखें बंद करें, अपनी भुजाओं को अपनी बगल में रखें और हथेलियाँ ऊपर की ओर रखें और गहरी साँस लें। यह मुद्रा रक्त संचार को बेहतर बनाने और तंत्रिका तंत्र को शांत करने में मदद करती है।

3. सपोर्टेड ब्रिज पोज़ (सेतु बंधासन) International Day of योगा सपोर्टेड ब्रिज पोज़ छाती को खोलकर और पीठ के निचले हिस्से में तनाव को दूर करके आराम को बढ़ावा देता है। अपने घुटनों को मोड़कर और पैरों को ज़मीन पर सपाट रखकर अपनी पीठ के बल लेट जाएँ। अपने श्रोणि को ऊपर उठाएँ और अपने त्रिकास्थि के नीचे एक ब्लॉक या तकिया रखें। अपना वज़न सपोर्ट पर रखें और अपनी भुजाओं को अपनी बगल में आराम दें। गहरी साँस लें और 5-10 मिनट तक रोकें।

4. बैठे हुए आगे की ओर झुकना (पश्चिमोत्तानासन) International Day of योगा यह मुद्रा हैमस्ट्रिंग और पीठ के निचले हिस्से को खींचती है, जिससे तनाव दूर होता है और रक्त संचार बेहतर होता है। अपने पैरों को अपने सामने सीधा फैलाकर बैठें। अपने कूल्हों पर झुकें और अपने पैरों तक पहुँचें, जिससे आपकी रीढ़ की हड्डी लंबी हो सके। खिंचाव और अपनी सांस पर ध्यान केंद्रित करते हुए कई साँसों तक मुद्रा में रहें।

 

5. चौड़े पैरों वाला आगे की ओर झुकना (प्रसारिता International Day of Yoga पदोत्तानासन) यह उलटा आसन शरीर को ऊर्जा देता है और मस्तिष्क में रक्त के प्रवाह को बढ़ाता है। अपने पैरों को चौड़ा करके और पंजों को थोड़ा अंदर की ओर करके खड़े हो जाएँ। अपने कूल्हों से आगे की ओर झुकें, अपने सिर को ज़मीन की ओर और हाथों को अपने कंधों के नीचे लाएँ। कई साँसों तक रुकें, फिर धीरे-धीरे खड़े हो जाएँ। यह मुद्रा तनाव को दूर करने और हैमस्ट्रिंग को खींचने में मदद करती है।

6. छिपकली मुद्रा (उत्थान पृष्ठासन)International Day of योगा छिपकली मुद्रा कूल्हों को खोलती है और हैमस्ट्रिंग को मज़बूत बनाती है, लचीलापन बढ़ाती है और तनाव कम करती है। नीचे की ओर मुंह करके कुत्ते की मुद्रा में शुरू करें, फिर अपने दाहिने पैर को अपने दाहिने हाथ से बाहर की ओर ले जाएं। अपने बाएं घुटने को फर्श पर नीचे करें और अपने अग्रभागों को जमीन पर लाएं। कुछ सांसों के लिए रुकें और दूसरी तरफ दोहराएं।

7. स्फिंक्स पोज़ (सलम्बा भुजंगासन) International Day of योगा स्फिंक्स पोज़ छाती, कंधों और पेट को खींचता है, जिससे तनाव दूर करने और मुद्रा में सुधार करने में मदद मिलती है। अपने पेट के बल लेटें, अपनी कोहनी को अपने कंधों के नीचे और अग्रभागों को फर्श पर सपाट रखें। अपने निचले शरीर को जमीन पर रखते हुए अपनी छाती और सिर को ऊपर उठाएं। कई सांसों तक रुकें, फिर छोड़ें।

8. शव मुद्रा (सवासना) International Day of Yoga
सवासना एक गहरी आराम देने वाली मुद्रा है जो तनाव को कम करने, रक्तचाप को कम करने और सिरदर्द को कम करने में मदद करती है। अपनी पीठ के बल लेटें, अपनी भुजाओं को अपनी बगल में रखें और हथेलियाँ ऊपर रखें। अपने पैरों और भुजाओं को स्वाभाविक रूप से खुला रहने दें। अपनी आँखें बंद करें और अपनी सांस पर ध्यान केंद्रित करें, जिससे आपका शरीर फर्श में समा जाए। इस स्थिति में 5-10 मिनट तक रहें, पूरी तरह से आराम करें।

इन योगासनों का नियमित अभ्यास करने से मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य में उल्लेखनीय वृद्धि हो सकती है, तथा आधुनिक जीवन के तनावों के लिए यह एक प्राकृतिक उपचार है।

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular

Recent Comments