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पाली भाषा को कक्षा 6 से अनिवार्य विषय बनाने की मांग, संघर्ष समिति ने महामहिम से की अनुशंसा

 

Bihar News :- पटना, 5 नवंबर 2024 – पाली भाषा संघर्ष समिति ने एक महत्वपूर्ण मांग उठाते हुए पाली भाषा को बिहार के सभी स्कूलों में कक्षा 6 से अनिवार्य विषय बनाने की अपील की है। समिति ने इस संबंध में महामहिम राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा है, जिसमें पाली भाषा के ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक महत्व पर जोर दिया गया है।

पाली भाषा, जो प्राचीन भारतीय इतिहास, संस्कृति, भूस्थिति, और सांस्कृतिक विरासत से गहराई से जुड़ी हुई है, आज अध्ययन और अध्यापन के अभाव में लुप्तप्राय हो रही है। समिति का कहना है कि पाली भाषा को शिक्षा के प्रारंभिक स्तर से ही पढ़ाया जाना चाहिए, ताकि नई पीढ़ी इस सांस्कृतिक धरोहर को समझ सके और इसे संरक्षित रखने में योगदान दे सके।

केंद्र सरकार ने 4 अक्टूबर 2024 को पाली भाषा को शास्त्रीय भाषा का दर्जा दिया है। इस निर्णय के बाद समिति ने यह मांग की है कि पाली भाषा को भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल किया जाए। इसके अतिरिक्त, पाली भाषा का एक विश्वविद्यालय स्थापित करने के लिए भी केंद्र सरकार से अनुशंसा की गई है।

पाली भाषा संघर्ष समिति के अध्यक्ष ने कहा, “पाली भाषा हमारी सांस्कृतिक धरोहर का महत्वपूर्ण हिस्सा है और इसे संरक्षित करना हमारी जिम्मेदारी है। इसे कक्षा 6 से अनिवार्य विषय बनाने से बच्चों में अपने इतिहास और संस्कृति के प्रति जागरूकता बढ़ेगी।”

समिति ने उम्मीद जताई है कि महामहिम राज्यपाल उनकी मांगों पर सकारात्मक निर्णय लेंगे और पाली भाषा को शिक्षा प्रणाली में उचित स्थान दिलाने में मदद करेंगे।

 

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