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मुकेश सहनी के बदले तेवर, भाजपा से बढ़ रही नजदीकियां, तिरंगा अभियान को समर्थन

  लोकसभा चुनाव के बाद अब बिहार में 2025 में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियां शुरू हो गई हैं। बिहार एनडीए ने चुनाव को लेकर रणनीति बनाना शुरू कर दिया है, जिसमें विपक्षी गठबंधन को कमजोर करने की कोशिशें जारी हैं। इस बीच, सन ऑफ मल्लाह के नाम से मशहूर मुकेश सहनी का राजनीतिक रुख बदलता नजर आ रहा है।

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खबरों के अनुसार, लोकसभा चुनाव में तेजस्वी यादव के साथ खड़े रहे मुकेश सहनी अब भाजपा के साथ कदम मिलाने की दिशा में बढ़ रहे हैं। भाजपा के ‘हर घर तिरंगा अभियान’ को सफल बनाने के लिए सहनी ने भी अपने फेसबुक और ट्विटर (एक्स) प्रोफाइल की डीपी में स्वयं की तस्वीर हटाकर तिरंगा झंडा लगा लिया है।

 

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 भाजपा के ‘हर घर तिरंगा अभियान’ में सहनी का समर्थन

भारतीय जनता पार्टी 15 अगस्त के अवसर पर ‘हर घर तिरंगा अभियान’ चला रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के Modi आह्वान पर भाजपा नेताओं ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स से अपनी तस्वीर हटाकर तिरंगा झंडा लगाया है। इस अभियान में हालांकि, नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू ने भाग नहीं लिया, लेकिन वीआईपी पार्टी के संरक्षक मुकेश सहनी ने भाजपा का साथ दिया है। उन्होंने अपनी प्रोफाइल DP डीपी में तिरंगा झंडा लगाया, जिससे यह संकेत मिलता है कि उनकी भाजपा से नजदीकियां बढ़ रही हैं।

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मुकेश सहनी की भाजपा के प्रति बढ़ती नजदीकी

मुकेश सहनी के इस कदम के बाद राजनीतिक हलकों में चर्चाएं तेज हो गई हैं कि उनकी भाजपा के साथ बढ़ती नजदीकियां जल्द ही किसी बड़े राजनीतिक फैसले का संकेत हो सकती हैं। हाल के दिनों में सहनी ने भाजपा के कई नेताओं से मुलाकात की है, जिसके बाद वीआईपी पार्टी का रुख भाजपा के प्रति नरम होता नजर आ रहा है।

जानकारों का मानना है कि सहनी अब तेजस्वी यादव के साथ अधिक दिनों तक नहीं रह सकते और जल्द ही कोई बड़ा निर्णय ले सकते हैं। गौरतलब है कि 2020 के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले मुकेश सहनी ने तेजस्वी यादव का साथ छोड़ दिया था और भाजपा से हाथ मिलाया था। भाजपा ने उन्हें विधानसभा की 11 सीटें दी थीं, जिनमें से चार पर वीआईपी ने जीत हासिल की थी। इसके बाद सहनी को विधान परिषद में भेजा गया और नीतीश कुमार की कैबिनेट में मंत्री बनाया गया था।

     वीआईपी पार्टी का              आधिकारिक बयान

हालांकि, वीआईपी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता देव ज्योति ने भाजपा के साथ जाने की अटकलों को खारिज किया है। उन्होंने कहा कि मुकेश सहनी के सोशल मीडिया पेज की डीपी बदलने का निर्णय 15 अगस्त के स्वतंत्रता दिवस को लेकर किया गया है और इसका राजनीति से कोई संबंध नहीं है।

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर एनडीए की रणनीति और विपक्षी गठबंधन की संभावनाओं के बीच मुकेश सहनी का बदलता रुख भविष्य की राजनीति के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है।

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