विनेश फोगाट डिसक्वालिफिकेशन को लेकर देश में मचा बवाल, नेहा, अखिलेश, संजय, थरूर, विजेंद्र ने दी प्रतिक्रिया
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पेरिस ओलंपिक 2024 में भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) को महिला कुश्ती प्रतियोगिता की 50 किलोग्राम कैटेगरी में वेट मैनेजमेंट की वजह से अयोग्य घोषित कर दिया गया। इस फैसले के बाद खेल जगत में कई प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं।
नेहा सिंह राठौर की प्रतिक्रिया
लोकगायिका नेहा सिंह राठौर ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा
इसने देश का सोना चुराया है
कुल्हाड़ी में लकड़ी का दस्ता न होता
तो लकड़ी के कटने का रस्ता न होता
साहब को सारी समस्या मेडल से थी…
…इसीलिए जीते हुए मेडल को भी जाने दिया गया.
अगर खिलाड़ी का वजन manage नहीं होता तो नॉर्मली खिलाड़ी खुद को injured घोषित करके जीते हुए मैडल के साथ withdraw कर लेते हैं.
Weighing कोई डॉपिंग जैसी प्रक्रिया नहीं है कि आपको सैंपल देना ही देना है भले ही आप injured हो!
साहब को सारी समस्या मेडल से थी, इसीलिए जीते हुए मेडल को भी जाने दिया गया। अगर खिलाड़ी का वजन मैनेज नहीं होता तो नॉर्मली खिलाड़ी खुद को घायल घोषित करके जीते हुए मैडल के साथ विड्रो कर लेते हैं। Weighing कोई डॉपिंग जैसी प्रक्रिया नहीं है कि आपको सैंपल देना ही देना है भले ही आप घायल हो! कोच सहित विनेश की टीम में जो लोग थे, उनका यह काम था कि अगर विनेश का वेट आज मैनेज नहीं हो रहा तो उसको घायल घोषित कर के विड्रो करवा देते। सिल्वर मेडल तो पक्का था। एक संदिग्ध सी बेवकूफी हुई है जिसके कारण भारत को एक पक्के Olympic Medal से हाथ धोना पड़ा है। रूल-बुक की अंतिम पंक्तियाँ पढ़िए, नियमों के अनुसार सिल्वर मेडल पक्का था।
म से मंगलसूत्र की बात करते-करते म से मेडल ही लुटवा दिया इसने…
क्यों हुई डिसक्वालीफाई ?
जानकारी के लिए बता दें कि विनेश फोगाट जिस 50 किलोग्राम भार कैटेगरी में हिस्सा ले रही थीं, उनका वजन आज उससे कुछ ज्यादा आ गया है, जिससे उन्हें डिसक्वालीफाई कर दिया गया है। विनेश फोगाट का वजन 50 किलो 100 ग्राम आया है|
विनेश फोगाट ने महिला कुश्ती में शानदार प्रदर्शन करते हुए फाइनल तक का सफर तय किया था, लेकिन वजन अधिक होने के कारण उन्हें प्रतियोगिता से बाहर कर दिया गया। ओलंपिक नियमों के अनुसार, प्रत्येक पहलवान को अपनी वेट कैटेगोरी के भीतर रहना अनिवार्य है।
विनेश फोगाट का वजन निर्धारित सीमा से अधिक पाया गया, जिसके चलते उन्हें डिसक्वालिफाई कर दिया गया। ओलंपिक में यह एक सख्त नियम है, और इस नियम का उल्लंघन करने पर खिलाड़ी को अयोग्य घोषित किया जाता है।
इस घटना के बाद, नेहा सिंह राठौर समेत कई खेल विशेषज्ञ और प्रशंसक सवाल उठा रहे हैं कि क्या विनेश फोगाट की टीम ने सही तरीके से वेट मैनेजमेंट की योजना बनाई थी।
कई खेल विशेषज्ञ मानते हैं कि विनेश फोगाट की टीम को उनकी वेट कैटेगरी के अनुरूप वजन बनाए रखने में सहायता करनी चाहिए थी।
चोट का बहाना नेहा सिंह राठौर ने सुझाव दिया कि अगर वेट मैनेजमेंट संभव नहीं हो रहा था, तो टीम को उन्हें चोट का बहाना बनाकर विद्रोह करवा देना चाहिए था, ताकि जीते हुए मेडल के साथ वापस आया जा सके। यह ओलंपिक में एक सामान्य रणनीति होती है, जहां खिलाड़ी खुद को घायल घोषित करके प्रतियोगिता से बाहर हो जाते हैं।
मेडल के मौके का नुकसान इस डिसक्वालिफिकेशन के कारण भारत एक संभावित सिल्वर मेडल से वंचित हो गया। कई लोग मानते हैं कि यह विनेश फोगाट की टीम की योजना में एक बड़ी चूक थी।
रूल-बुक के अनुसार, यदि कोई खिलाड़ी निर्धारित वेट कैटेगरी से अधिक वजन का होता है, तो उन्हें प्रतियोगिता से बाहर कर दिया जाता है। विनेश फोगाट के मामले में भी यही नियम लागू हुआ। नेहा सिंह राठौर ने कहा कि इस स्थिति में टीम को नियमों का बेहतर तरीके से उपयोग करना चाहिए था।
विनेश फोगाट ने अपने सोशल मीडिया पर अपनी निराशा जाहिर की और कहा मैंने पूरी कोशिश की थी कि मैं वेट मैनेजमेंट कर सकूं, लेकिन दुर्भाग्यवश मैं असफल रही। मैं अपने देश के लिए मेडल लाना चाहती थी और अपने सभी प्रशंसकों से माफी मांगती हूं। मैं वादा करती हूं कि मैं भविष्य में और मेहनत करूंगी।
विनेश फोगाट की कोचिंग टीम पर सवाल उठ रहे हैं कि उन्होंने समय रहते वजन का ध्यान क्यों नहीं रखा। कुश्ती के खेल में वजन का सही प्रबंधन अत्यंत महत्वपूर्ण होता है, और यह टीम की जिम्मेदारी होती है कि वे खिलाड़ी को सही वजन में बनाए रखें।
विनेश फोगाट का अयोग्य घोषित होने पड़ नेताओं की प्रतिक्रिया
कांग्रेस नेता शशि थरूर ने विनेश फोगाट के अयोग्य घोषित होने पर अपनी निराशा व्यक्त करते हुए कहा
मेरे लिए, विनेश की अब तक की जीत बेहद प्रभावशाली रही है। उसने साहस, क्षमता और दृढ़ संकल्प दिखाया है, उसने हमारा दिल जीत लिया है। मैं उसके तकनीकी रूप से अयोग्य घोषित होने की खबर से बहुत निराश हूँ। ऐसा कैसे हो सकता है?
शशि थरूर ने यह भी सवाल उठाया कि क्या कोच ने सभी सही नियमों और सीमाओं का पालन करने में कोई चूक की है। उन्होंने यह भी कहा कि यह दुखद है कि विनेश के सभी प्रयासों को वह पुरस्कार नहीं मिला जिसकी वह हकदार थी।
समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने ट्वीट किया
विनेश फोगाट के फ़ाइनल में न खेल पाने की चर्चा के तकनीकी कारणों की गहरी जाँच-पड़ताल हो और सुनिश्चित किया जाए कि सच्चाई क्या है और इसके पीछे की असली वजह क्या है।”
अखिलेश यादव ने इस मामले की गहराई से जांच की मांग की है ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या वास्तव में कोई तकनीकी चूक हुई है।
आप पार्टी के सांसद संजय सिंह ने इस घटना को देश का अपमान बताते हुए कहा:
दुनिया भारत की कामयाबी बर्दाश्त नहीं कर पा रही है। अचानक 100 ग्राम ओवरवेट होने की बात कहां से आई। ये विनेश का नही देश का अपमान है, पूरी दुनिया में इतिहास रचने जा रही थी, उनको 100 ग्राम ओवरवेट दिखाकर अयोग्य घोषित करना घोर अन्याय है। पूरा देश विनेश के साथ खड़ा है, भारत सरकार तुरंत हस्तक्षेप करे, अगर बात ना मानी जाए तो ओलंपिक का बहिष्कार करे।”**
संजय सिंह ने भारत सरकार से इस मामले में तुरंत हस्तक्षेप करने की मांग की है और यहां तक कि ओलंपिक के बहिष्कार की भी बात कही है, यदि सही न्याय नहीं मिलता है।