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वायनाड में भूस्खलन से तबाही: PM मोदी और राहुल गाँधी ने जताया दुःख 

वायनाड में भूस्खलन से तबाही: PM मोदी और राहुल गाँधी ने जताया दुःख 

 हादसे में 12 लोगो कि मौत हों चुकी हैं 

Kerala disaster,केरल के वायनाड जिले में भारी बारिश के चलते मंगलवार को हुए भूस्खलन ने तबाही मचा दी है। वायनाड के मेप्पाडी के आसपास के इलाकों में हुए इस हादसे से पूरे क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई है। शुरुआती रिपोर्ट के अनुसार, इस भूस्खलन में कम से कम 12 लोगों की मौत हो चुकी है और सैकड़ों लोग अब भी फंसे हुए हैं। प्रभावित इलाकों में कई घर, दुकानें और गाड़ियां पानी में डूब गई हैं, जिससे स्थानीय लोगों को भारी नुकसान हुआ है।

वायनाड में लगातार हो रही भारी बारिश ने पहाड़ियों में मिट्टी की पकड़ कमजोर कर दी, जिससे यह भूस्खलन हुआ। चूरलमाला और मुंदकई जैसे इलाकों में स्थिति सबसे ज्यादा खराब है, जहां घरों और सड़कें पूरी तरह से ध्वस्त हो गई हैं। स्थानीय प्रशासन और केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (केएसडीएमए) ने बताया कि बारिश के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन में भी बाधाएं आ रही हैं, लेकिन कई दल बचाव कार्यों में जुटे हुए हैं।

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इस आपदा को लेकर कई प्रमुख नेताओं ने अपनी संवेदनाएं व्यक्त की हैं और राहत कार्यों को लेकर भी महत्वपूर्ण निर्देश दिए हैं।

      प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस भूस्खलन पर गहरा दुख जताया है। उन्होंने भूस्खलन में मारे गए प्रत्येक व्यक्ति के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से दो लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है। उन्होंने कहा:

वायनाड के कुछ हिस्सों में भूस्खलन से व्यथित हूं। मेरी संवेदनाएं उन सभी लोगों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है। केरल के मुख्यमंत्री पिनारई विजयन से बात की और केंद्र की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया।

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प्रधानमंत्री मोदी ने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी बात की और उन्हें निर्देश दिया कि भाजपा कार्यकर्ता राहत कार्यों में सक्रिय भूमिका निभाएं।

वायनाड से पूर्व सांसद राहुल गांधी ने भी इस आपदा पर गहरा दुख प्रकट किया है। उन्होंने कहा

मैं वायनाड में हुए भूस्खलन से बहुत व्यथित हूं। मैंने केरल के मुख्यमंत्री और वायनाड जिला कलेक्टर से बात की है और राहत कार्यों के लिए हर संभव सहायता प्रदान करने का अनुरोध किया है। मैं सभी यूडीएफ कार्यकर्ताओं से बचाव और राहत कार्यों में प्रशासन की सहायता करने का आग्रह करता हूं।

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने वायनाड भूस्खलन पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए केरल भाजपा प्रमुख के. सुरेंद्रन को तत्काल घटनास्थल पर पहुंचने का निर्देश दिया। उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे राहत कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें और प्रभावित लोगों की हर संभव मदद करें

केरल के वायनाड में भूस्खलन के कारण कीमती जानों के नुकसान से बहुत दुखी हूं। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। सभी की सुरक्षा और कल्याण के लिए प्रार्थना करता हूं

वायनाड में स्थिति गंभीर बनी हुई है। एनडीआरएफ और केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की टीमें तेजी से राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं। प्रभावित क्षेत्रों में बचाव दल ने लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना शुरू कर दिया है। हेलीकॉप्टर की मदद से फंसे हुए लोगों को निकालने की कोशिश की जा रही है।

बचाव अभियान की निगरानी खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर रहे हैं और उन्होंने केरल के मुख्यमंत्री से लगातार संपर्क बनाए रखा है। केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा कि राज्य की सभी एजेंसियां मिलकर काम कर रही हैं और अधिक से अधिक लोगों को सुरक्षित निकालने का प्रयास किया जा रहा है।

हेल्पलाइन जारी

राज्य स्वास्थ्य विभाग और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने प्रभावित लोगों के लिए सहायता हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। इन हेल्पलाइन नंबरों के माध्यम से लोग मदद और जानकारी प्राप्त कर सकते हैं:

9656938689
8086010833

मौसम विभाग ने वायनाड और आसपास के क्षेत्रों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है, जिससे स्थिति और गंभीर हो सकती है। राज्य सरकार ने एहतियात के तौर पर वायनाड और अन्य प्रभावित जिलों में सभी शैक्षणिक संस्थान बंद कर दिए हैं। इसके अलावा, लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है।

वायनाड में हुए इस भयानक भूस्खलन ने केरल के पहाड़ी इलाकों में मानसून के दौरान होने वाले प्राकृतिक आपदाओं की गंभीरता को एक बार फिर उजागर किया है। राज्य सरकार और केंद्र सरकार मिलकर राहत कार्यों में जुटी हैं और प्रभावित लोगों को आवश्यक सहायता प्रदान कर रही हैं।

इस प्रकार की प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए दीर्घकालिक योजनाओं की जरूरत है ताकि भविष्य में ऐसे हादसों को टाला जा सके और लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। सरकारी एजेंसियां और स्थानीय प्रशासन इस दिशा में आवश्यक कदम उठा रहे हैं।

वायनाड भूस्खलन ने कई परिवारों की जिंदगियों को प्रभावित किया है और उन्हें इस कठिन समय में मदद की आवश्यकता है। सभी राजनीतिक दलों और स्थानीय समुदायों का प्रयास है कि राहत कार्यों को तेजी से आगे बढ़ाया जाए और प्रभावित लोगों को जल्द से जल्द सामान्य जीवन की ओर लौटने में सहायता प्रदान की जाए। राहत कार्यों में जुटे सभी लोगों की तत्परता और मेहनत की सराहना की जानी चाहिए और उन्हें सभी संसाधनों के साथ समर्थन दिया जाना चाहिए।

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