जेडीयू नेता राजीव रंजन का निधन: राजनीतिक जगत में शोक की लहर
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जेडीयू नेता राजीव रंजन का निधन: राजनीतिक जगत में शोक की लहर
बात समाज कि :- Delhi दिल्ली: जेडीयू के वरिष्ठ नेता और राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन का गुरुवार को दिल्ली में निधन हो गया। वे पिछले कुछ समय से बीमार चल रहे थे। उनके निधन की खबर से जेडीयू और राजनीतिक जगत में शोक की लहर दौड़ गई है। शुक्रवार को उनका पार्थिव शरीर पटना लाया जाएगा, जहां उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
राजनीतिक सफर और योगदान
राजीव रंजन ने अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत जेडीयू से की और 2010 में इस्लामपुर से विधायक बने। 2014 में वे भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल हो गए और पार्टी में मीडिया प्रभारी और उपाध्यक्ष जैसे महत्वपूर्ण पदों पर रहे। पिछले वर्ष उन्होंने पुनः जेडीयू का दामन थामा और राष्ट्रीय महासचिव और राष्ट्रीय प्रवक्ता के रूप में कार्य किया। उनकी राजनीतिक कुशलता और नेतृत्व क्षमता ने उन्हें बिहार की राजनीति में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की श्रद्धांजलि
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजीव रंजन के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। अपने शोक संदेश में उन्होंने कहा, “राजीव रंजन न केवल एक कुशल राजनीतिज्ञ थे, बल्कि समाज सेवा में भी उनका योगदान अविस्मरणीय है। उनके निधन से राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्र में एक अपूरणीय क्षति हुई है।” उन्होंने दिवंगत आत्मा की शांति और परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की |
जानकारी के अनुसार, राजीव रंजन की तबीयत अचानक बिगड़ गई थी, जिसके चलते उन्हें दिल्ली के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हालांकि, वे चिकित्सकों के प्रयासों के बावजूद नहीं बच सके। राजीव रंजन की गिनती मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी मित्रों में होती थी। दोनों ही नेता नालंदा जिले से थे और उनकी जातीय पृष्ठभूमि भी समान थी।
पार्टी और समर्थकों में शोक
राजीव रंजन के निधन से जेडीयू के कार्यकर्ताओं और समर्थकों में शोक व्याप्त है। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने उनके निधन को पार्टी के लिए एक बड़ी क्षति बताया है। जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, “राजीव रंजन का निधन हमारे लिए एक व्यक्तिगत और पेशेवर नुकसान है। वे हमेशा पार्टी के हितों के लिए समर्पित रहे और उनकी कमी को महसूस किया जाएगा।
राजीव रंजन के अंतिम संस्कार की तैयारी की जा रही है और उनका पार्थिव शरीर शुक्रवार को पटना लाया जाएगा। उनके निधन पर शोक व्यक्त करने वालों का तांता लगा हुआ है और उनके अंतिम संस्कार में कई राजनीतिक हस्तियों के शामिल होने की संभावना है।