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Bihar : कथित भाजपा नेता पर यौन शोषण का आरोप, विपक्ष का हमला तेज़, नेताजी फरार 

बिहार: कथित भाजपा नेता पर यौन शोषण का आरोप, विपक्ष का हमला तेज़, नेताजी फरार

बात समाज की :- Bihar News  बिहार में राजनीतिक पारा उस समय बढ़ गया जब एक कथित भाजपा नेता, विजय यादव, पर दूसरे धर्म की महिला ने यौन शोषण का गंभीर आरोप लगाया। जिस पर आरोप लगा वह एक अस्पताल का मालिक भी है, फिलहाल फरार है, जिससे राज्य में चल रही राजनीतिक बहस और भी गरम हो गई है।

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कथित भाजपा नेता विजय यादव पर लगे आरोप

Darbhanga दरभंगा जिले के लहेरियासराय थाना क्षेत्र में मधुबनी Madhubani जिले की एक महिला ने कथित भाजपा नेता विजय यादव के खिलाफ मामला दर्ज कराया है, जिसमें उसने नौकरी के नाम पर शारीरिक शोषण के गंभीर आरोप लगाए हैं। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

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पीड़िता ने अपने आवेदन में बताया कि मधुबनी जिले के हरलाखी थाना क्षेत्र के फुलहर गांव निवासी विजय यादव का दरभंगा के बेता इलाके में एक अस्पताल और तीन रेडियोलॉजी सेंटर हैं। महिला का आरोप है कि विजय यादव ने उसे नौकरी और बच्चों की बेहतर शिक्षा के नाम पर धोखे में रखकर महीनों तक उसका यौन शोषण किया।

पीड़िता ने बताया कि Vijay Yadav विजय यादव के रेडिएंट जानकी समृद्धि हॉस्पिटल में काम करने के दौरान उसका शारीरिक शोषण किया गया और उसे दो बार गर्भवती होने पर अवैध तरीके से गर्भपात करने पर मजबूर किया गया। इस मामले में पीड़िता ने विजय यादव के अलावा संजीत कुमार और चंदन कुमार यादव को भी नामजद आरोपी बनाया है।

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महिला का आरोप है कि विजय यादव ने उसे अधिक वेतन और बच्चों की बेहतर पढ़ाई-लिखाई का लालच देकर अपने जाल में फंसाया। 11 फरवरी, 2024 को उसने अल्लपट्टी स्थित अपने पिछले ईएनटी क्लिनिक की नौकरी छोड़ दी और विजय यादव के अस्पताल में काम करने लगी। एक सप्ताह बाद, विजय यादव ने उसे लहेरियासराय के बाकरगंज में एक किराये का मकान दिलाया और मकान मालिक से उसे अपनी पत्नी के रूप में परिचित कराया। इसके बाद विजय यादव ने उसे कहा कि अब उसे अस्पताल में काम करने की जरूरत नहीं है और उसे पत्नी के रूप में वहीं रहना है।

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पीड़िता के अनुसार, विजय यादव का अत्याचार बढ़ता गया और उसने अक्सर उसके साथ मारपीट भी की। महिला ने आरोप लगाया कि विजय यादव, सिंहवारा थाना क्षेत्र के सनहपुर निवासी संजीत कुमार और उसके रिश्तेदार चंदन कुमार यादव के साथ मिलकर उसे बेचने का प्रयास कर रहे थे। उन्होंने पीड़िता को गाड़ी में बैठाकर एक अज्ञात स्थान पर ले जाने की कोशिश की।

पीड़िता का कहना है कि किसी तरह से वह उनके चंगुल से बच निकली और अब छिपकर रह रही है, क्योंकि उसे विजय यादव के राजनीतिक संबंधों से डर लग रहा है।

लहेरियासराय पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी है। सदर एसडीपीओ अमित कुमार ने पुष्टि की है कि विजय यादव और दो अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि पीड़िता के द्वारा लगाए गए आरोपों की गहनता से जांच की जा रही है और मेडिकल दस्तावेजों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

एसडीपीओ अमित कुमार ने कहा, “विजय यादव पर लगे आरोप गंभीर हैं, और हम निष्पक्ष जांच कर रहे हैं। जांच के बाद आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।”

विजय यादव फरार, नेपाल में छुपने की आशंका

विजय यादव का पक्ष जानने के लिए संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन उनका मोबाइल स्विच ऑफ आया। कई लोगों का कहना है कि गिरफ्तारी के डर से विजय यादव पड़ोसी देश नेपाल में छिपा हुआ है। वहीं, उनके अस्पताल के कर्मचारी भी इस मामले पर कुछ भी बोलने से इनकार कर रहे हैं।

इन आरोपों ने विपक्ष को भाजपा पर हमला करने का एक नया मौका दे दिया है। विपक्षी दलों का कहना है कि यह घटना पार्टी की महिला सुरक्षा और नैतिक शासन के प्रति उदासीनता का प्रतीक है।

भाजपा ने हालांकि अभी तक इस मामले में कोई औपचारिक बयान नहीं दिया है, और पार्टी के नेता इस पर चुप्पी साधे हुए हैं।

जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी, यह मामला महिलाओं के खिलाफ अपराधों की गंभीरता को उजागर करता रहेगा। यह घटना न्याय प्रणाली की प्रभावशीलता और निष्पक्षता को भी सवालों के घेरे में लाती है। इस मामले का परिणाम न केवल न्याय की दिशा में महत्वपूर्ण होगा बल्कि बिहार की राजनीतिक स्थिति को भी प्रभावित कर सकता है।

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