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इनकम डबल और बच्चे जीरो .. नई पीढ़ी क्यों कर रही बच्चे पैदा करने से इंकार

बात समाज की -: समय थोड़ा तेजी से बदल रहा है और ज्यादातर लोग अब अपने करियर पर फोकस कर रह हैं. लेकिन वो कहते हैं कि शादी और बच्चे सही उम्र में हो जाएं तो हसबैंड-वाइफ का रिलेशन बेहतर होता है.

ज्यादा उम्र में शादी हो जाने से शायद कपल्स के बीच तालमेल बिठाने में समस्या हो सकती है. बेशक शादी के लिए सही उम्र का तय मान लिया गया है लेकिन फिर भी युवा लोग ज्यादा जल्दबाजी नहीं दिखाते हैं.

अगर मॉडर्न जमाने में युवा शादी कर लेते हैं तो वह फैमिली प्लानिंग में कोई जल्दबाजी नहीं दिखा रहे हैं. आजकल लोग काम के बीच इतना ज्यादा फंस चुके हैं कि स्ट्रेस भरी लाइफ से दूर भागने के लिए वह घूमने फिरने का प्लान करते हैं. लेकिन आजकल डिंक कपल्स ट्रेंड खूब चर्चा में है. आइए जानते हैं इसके बारे में…

पिछले काफी समय से सोशल मीडिया पर ये टर्म काफी पॉपुलर हो रही है. दरअसल, ये टर्म उन कपल्स के लिए इस्तेमाल में लाई जाती है, जो शादी तो कर चुके हैं लेकिन फैमिली प्लानिंग में कोई जल्दबाज नहीं दिखा रहे हैं. इस टर्म का पूरा नाम है डुअल इनकम नो किड्स. इसमें वो कपल्स शामिल हैं, जो दोनों जॉब करते हैं लेकिन उन्हें पेरेंट्स बनने की कोई जल्दबाजी नहीं है.

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ऐसे कपल्स जो इस ट्रेंड का पालन कर रहे हैं, वे या तो जो कमाते हैं वह बचाते हैं या अपनी शौक को पूरा करने के लिए खर्च करते हैं. बहुत से कपल्स इस ट्रेंड का पालन कर रहे हैं. वे अक्सर उन चीजों को करते हैं जो उन्हें खुशी देती हैं. वे परिवार से अधिक अपने काम और व्यक्तिगत जीवन को महत्व देते हैं. इसके साथ कपल्स एक-दूसरे को बेहतर समझने में सक्षम होते हैं.

हालांकि, कुछ लोग ऐसे भी हैं जो ऐसी लाइफस्टाइल को पसंद नहीं करते हैं. कुछ पेरेंट्स का मानना है कि उनके बच्चे समय से शादी करके सेटल हो जाएं. यही वजह है कि इस ट्रेंड का काफी विरोध हो रहा है. यही नहीं, कई बार कपल्स की ऐसी सोच से परिवार में अलगाव जैसी सिचुएशन पैदा हो जाती है.

बाप हमेशा चाहते हैं कि उनके बच्चे शादी के बाद जल्दी बच्चे की प्लॉनिंग करें। यही वजह है कि समाज में इस ट्रेंड का विरोध भी हो रहा है। ऐसे कपल्स को अक्सर स्वार्थी या पारंपरिक पारिवारिक अपेक्षाओं से भटकने वाला बताया जाता है। इससे खासकर वो महिलाएं प्रभावित हो रही हैं, जो परिवार को प्राथमिकता देना चाहती हैं लेकिन उन पर करियर या पर्सनल अचीवमेंट को लेकर एक अलग प्रेशर बना दिया जाता है।

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